जानिए कौन सी असफल अभिनेत्री है - "गूगल इंडिया की इंडस्ट्री हेड"
आज हम उस असफल फिल्म अभिनेत्री की बात करेंगे जो आज गूगल सेंशेनल है और आजकल लोगों के लिए एक उदाहरण बनी हुई है…!
ये अभिनेत्री है - "घर से निकलते ही, कुछ दूर चलते ही" (पापा कहते हैं) फेम नीली आँखों वाली मयूरी कांगो, जिन्होंने 90 के दशक में "नसीम' फिल्म से बॉलीवुड में एंट्री की थी और इस फिल्म को राष्ट्रीय अवार्ड भी मिला था, और इस फिल्म में सभी ने उनके अभिनय की बहुत तारीफ़ भी की और इसी दौरान महेश भट्ट ने मयूरी को अपनी फिल्म "पापा कहते हैं" के लिए साइन कर लिया, फिल्म ज्यादा नहीं चली, लेकिन मयूरी फिल्म इंडस्ट्री में पहचानी जाने लगी और फिर उन्होंने अजय देवगन और अरशद वारसी के साथ "होगी प्यार की जीत" की!
लेकिन इसके बाद मयूरी को कोई ख़ास सफलता न मिल पाने के कारण मयूरी ने किट्टी पार्टी, नर्गिस, डॉलर बाबू आदि कई सीरियल भी किये और फिर साउथ की फिल्मों में भी किस्मत आजमाई, लेकिन कोई ख़ास कामयाबी नहीं मिली और फिर एक दिन अचानक वो कहीं गायब हो गई, लेकिन फिल्म इंडस्ट्री में इस बात से न तो किसी को कोई फर्क पड़ा और न कभी किसी ने जानने की कि मयूरी कहाँ गई?
दरअसल मयूरी 2005 में अमेरिका चली गई और उन्होंने वहाँ पर एमबीए किया और फिर एक मल्टीनेशनल कम्पनी 'पब्लिसीस ग्रुप' की एक इकाई में मैनेजिंग डायरेक्टर के पद पर काम करने लगी और अपनी मेहनत के बल पर आज वो गूगल सेंशेनल इसलिए बनी हुई हैं क्योंकि आज वो गूगल इंडिया की इंडस्ट्री हेड हैं!
मयूरी के अनुसार बॉलीवुड में किस्मत आजमाते समय आपके पास 'प्लान बी' भी होना चाहिए क्योंकि जरूरी नहीं कि बॉलीवुड में किस्मत चमके! मयूरी का कहने का मतलब है कि अगर आप बॉलीवुड में अपना लक आजमाते हुए कुछ समय तक अमिताभ या धर्मेंद्र की कैटेगिरी के स्टार नहीं बनते तो 'प्लान बी' अपनाएँ और किसी और क्षेत्र में कैरियर बनाने की कोशिश करें! आज मयूरी अपने भारतीय एनआरआई पति आदित्य ढिल्लन और एक बेटे के साथ फ़िल्मी चकाचौंध से दूर एक खुशहाल जीवन गुज़ार रही हैं;
वो आज भी एक मशहूर हस्ती है और लोग उन्हें जानते हैं लेकिन इस बार एक अभिनेत्री के तौर पर नहीं बल्कि गूगल इंडिया की इंडस्ट्री हेड के तौर पर!
मयूरी की कहानी उन्हीं की जुबानी
https://youtu.be/I-rSrp7EA8g
धन्यवाद 😊🙏