Papa-daughter an emotional story

                                   #KissePapaKe



"मां मैं घर छोड़कर जा रही, प्लीज़ आप मुझे रोकने की कोशिश मत करना.....क्योंकि उसका कोई फ़ायदा नहीं..." राधा ने अपना बैग पैक करते हुए कहा। 


मां ने रोते हुए कहा, "ऐसा मत कर बेटी, जल्दबाजी मे कोई भी निर्णय लेना गलत है। देख थोड़ी देर रुक जा....तेरे पापा आते ही होंगे....उनसे मिल तो ले...."।

तभी डोर बेल बजी... राधा की मां ने भागते हुए दरवाजा खोला..." अच्छा हुआ आप आ गए...देखिए राधा क्या करने जा रही..."।

पापा राधा के कमरे मे गए और पत्नी को बाहर ही रुकने का आग्रह किया।

राधा पापा को एक नज़र देखकर, फिर से अपने कपड़े पैक करने लगी।
पापा बिना कुछ कहे, राधा के पास गए, उसके हाथ को थामकर उसे बिठाया, उसकी दाहिनी हथेली को अपने हाथों मे थामकर नीचे घुटनों के बल बैठ गए....पापा ने उससे कहा,

" बेटा, मैं तुम्हे नही रोकूंगा, ये तेरे पापा का वादा है....लेकिन क्या मैं तुमसे कुछ देर बात कर सकता हू...प्लीज!

राधा ने बिना बोले ही स्वीकृति दी।

पापा बोले, " जानती हो बेटा, जब पहली बार मुझे ये खबर मिली थी ना कि मैं पापा बनने वाला हु, तो बहुत खुश हुआ था, और आनेवाले बच्चे के लिए नया कमरा बनवाकर उसे खिलौनों से सजाया था। 
जब तू जन्म लेकर मेरे जीवन मे आई तो मैंने तुझे बाहों मे लेकर अपने आप से ये वादा किया कि, मेरे जीते जी कभी तुम पर कोई दुःख नहीं आने दूंगा।

 रिश्तेदारों ने अनेक तानें मारे..."बेटी को इतना लाड़ प्यार मत दो...बेटी तो हार है....बेटा होता तो जीत होती....भविष्य भी संवर जाता।"
तब मैने तुम्हे बाहों मे भरकर, दृढ़ शब्दो मे उन्हे जवाब दिया था, "मेरी बेटी मेरा अभिमान है, मेरी जीत है....ये मुझे कभी हारने नही देगी....ये मेरी परछाई बनेगी"।

हमारे मुहल्ले मे सिर्फ तुम ही थी, जो अंग्रेजी माध्यम से पढ़ी। तब मैने पड़ोसियों के तानें सुने, "बेटी को अंग्रेजी माध्यम के महंगे स्कूल मे पढ़ाने का क्या फायदा.... पैसों की बरबादी है...."

तब मैने उनसे कहा, "मेरी बेटी मेरा गुरुर है, मैं उसे एक काबिल इंसान बनाऊंगा, वो अपने पैरों पर खड़ी होगी, कुछ बनेगी और मेरा नाम रौशन करेगी।"

जब तू कॉलेज गई, और तेरे लड़के मित्र घर पर आते, तो तेरी मां भी मुझे तानें मारती थी, "देख लिया ना, बेटी को सर पर चढ़ाने का अंजाम....इतने सारे लड़को से मित्रता है उसकी। कही कुछ उल्टा पुल्टा हो गया न....."।

तब मैने तेरी मां से कहा था, "मुझे अपनी परवरिश पर, अपनी बेटी पर विश्वास है,....वो कभी ऐसा कुछ नही करेगी जिससे उसका पिता हार जाए...."।

आज तूने अपनी मर्जी से अपना जीवनसाथी चुन लिया है,....मैं  आज भी तेरे खिलाफ़ नही....तेरे साथ खड़ा हु....लेकिन जीतकर नही बेटा.....आज तेरा पापा हार गया है...हार गया है बेटा....."

राधा के आंसू अनवरत बह रहे है.....वो अपने आंसुओ को पोछते हुए....पापा के सीने से लिपट जाती है,......पापा आप मेरे हीरो हो....आप नही हार सकते....कभी नही....मैं आपको कभी नही हारने दूंगी.....आप मेरे जनक हो, मेरे भाग्य निर्माता हो.....मैं आपकी परछाई हू पापा......पापा आप मेरे लिए सारे जग से लड़ सकते हो.....तो क्या मैं.........
मैं अभिनव से शादी नहीं करूंगी पापा। अभी मुझे आपके सपने पूरे करने है.....कुछ बन कर दिखाना है.....आप पर ऐसे हजारों अभिनव कुर्बान है पापा❣️❣️

पापा और बेटी दोनों की आंखे नम थी, मगर.....ये खुशी और जीत के आंसू थे....।

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